कोरोना क्या है ? इससे कैसे बचे! कोरोना के कितने प्रकार? क्या हम लोगो के लिए वैक्सीन लेना हानिकारक तो नहीं ?

आज के समय में कोरोना के नाम से कोई अवगत नहीं हो ऐसा तो नामुमकिन सा है | जिधर देखो उधर कोरोना-कोरोना का बाते हो रही है | अगर कोई टी.वी. में न्यूज़ देखे तो उसमे भी सिर्फ कोरोना , और आखिर इसका इतना नाम लिया क्यों नहीं जाए जब ये इतना दुनिया का महामारी बन चूका है | इसने दुनिया में कई लोगो की जान ली , आर्थिक मंदी लाई , देश को काफी पीछे जा धकेला है |   

कोरोना क्या है ? और इसके आर्थिक असर ! 

शुरुआत में पूरे दुनिया में जब कोरोना वायरस चीन के वूहान शहर से निकल के पूरी दुनिया में फैला तो उसका सैन्टिफिक नाम covid-19 रखा गया था जो की first phase था जिससे पूरी दुनिया हिल सी गई थी | इसमें आमिर और भी आमिर हो गए और गरीब और भी गरीब इसमें सबसे ज्यादा परेशान हुए तो मध्य वर्ग के लोग (middle class family),जो तो ना किसी से मांग सकते है, ना ही अपना दूखरा किसी को सुनाने जा सकते है | ऐसा एक सर्वे में निकल के सामने आया है की पिछले साल वाले lockdown जो की मार्च 2020 में लगी थी उस वजह से मध्य वर्ग के लोगो को काफी आर्थिक मंडी का सामना करना पड़ा था जिसे फिर से हासिल करने में उनेह लगभग 5-7 साल लगेंगे जो काफी होती है | 

दूसरी तरफ जो की बिलकुल ही गरीब थे उनेह तो कोई न कोई हल्का फुल्का मदद कर ही दे रहे थे जैसे की खाना-वाना थोड़ा बहुत पैसे से भी बहुत कोई मदद किये |

इस कोरोना के first phase ने भारत में काफी जान ली थी और इसकी दूसरी म्युटेंट जो की second phase में आती है , जिसका सैन्टिफिक नाम SARS-CoV-2 है | ये तो अभी काफी जान ले ही रही है और पता नहीं कितना maximum जाने जाएगी | फिर भी कुछ सर्वे के हिसाब से इसकी हाईएस्ट पिक मई-जून के महीने में देखी जयेगी जो की होगी तक़रीबन 3 से 4 लाख के बीच में |


कोरोना कितना खतरनाक है ?

लोग अक्सर सर्च करते है -"कितना खतरनाक है कोरोना" ,"कैसे बचे कोरोना से" | तो इन सभी बातो से अवगत होने के लिए हमे इसकी गहरी में जाना पड़ेगा मतलब की इसकी लॉजिक को समझना पड़ेगा | 

ये जो अभी भारत में कोरोना की सेकंड फेज आयी है ये काफी ज्यादा खतरनाक है | इसकी केसेस बहुत आएगी , आगे देखते है कैसे :-

बीमारी तो आजकल बहुत तरह के आ गए है | हलाकि जो बीमारी फैलने वाले होते है उन्हे हम तीन तरह में बांटे हुए है - 

  • एंडेमिक(Endemic) :- इसमें ऐसे बीमारी आते है जो फैलते तो पूरी दुनिया में है लेकिन ये ज्यादा छती नहीं पूछती है मतलब ये लोगो की ज्यादा जाने नहीं लेती है | 
  • एपिडेमिक(Epidemic) :- इसके ग्रुप में ऐसे बिमारिओ को रखा गया है जो थोड़ा खतरनाक तो होते है लेकिन ये ज्यादा बड़ा हिस्सा में फ़ैलता नहीं है | यह बस 600 sq. km में फैला होता है | 
  • पान्डेमिक(Pandemic) :- इसमें ऐसे बीमारिया आती है जो काफी खतरनाक भी होती है और साथ ही साथ काफी जल्दी पूरे दुनिया में फ़ैल भी जाती है इसके फैलाओ को रोकना काफी मुश्किल होता है | कोरोना जो महामारी है इसी में आता है | इस पूरे ब्लोग में हमलोग इसीके बारे में जानेंगे | 



  ये जो सेकेड फेज वाला कोरोना है जो हमारे बीच पूरी तरह फ़ैल चूका है यह काफी ज्यादा खतरनाक है इसके लेकर कोई भी आज सीरियस नहीं ले रहा है  | पिछले साल जब कोरोना आया था वो इस साल के मुकाबले उतनी खतरनाक नहीं थी फिर भी सर्कार ने अच्छा कदम उठए थे जैसे ट्रैन की बोगिओ को काट काट के उसमे कोरोना पर्सेंट का इलाज किया जा रहा था D.R.D.O. ने दिल्ली में अपना हॉस्पिटल बना दिया था लेकिन इससाल ऐसा कुछ भी नहीं देखा जा रहा है | 
ये सेकेड फेज वाला जो कोरोना है इसमें सबसे ज्यादा जाने जाने की एक ही कारन है की ये सांस ही नहीं लेने दे रही है इसमें आदमी सास ही अच्छे से नहीं ले पा रहा और ऑक्सीजन कही भी है ही नहीं |  
आप लोग यह बात जान कर आस्चर्य मनयेंगे की हॉस्पिटल्स में ऑक्सीजन की जितनी खपत है उसवजह से इसकी डिमांड 7x  ज्यादा हो गई है | जिस वजह से इसकी काला बजारी(blackmarketing) भी बढ़ गया है, इसके कारन इसकी दाम पहले से 9x जयदा बढ़ गयी है | 


दोबारा कोरोना भारत में कैसे आया ?
हमलोगो को ये बात समझना होगा की कोरोना से बचना है तो हमे पहले खुद को संभालना पड़ेगा देखिये समझिये कैसे ! चलिए हमने मान लिया कोरोना का जो फर्स्ट फेज था वो चीन से निकला वो तो उसकी गलती थी समझ सकते है | लेकिन इसबार जब इसकी दूसरी फेज आई तो इसमें हम सब जिम्मेदार है क्योकि अभी इधर जनवरी से फरबरी के महीने के बीच में जब कोरोना की बिलकुल ही केस ख़तम सी हो गई थी तब सभी लोग बिकुल लापरवाह हो गये थे , मास्क लगाना छोर दिए सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करना भूल से गए ,सब ऐसे रहने लगे थे जैसे की कोई करना जैसी नाम की कोई चीज़ है ही नहीं | 
  
सबसे हैरान करने वाली बात तो ये भी है की अभी कोरोना की अभी दूसरी फेज आई हुए है और काफी लोगो की जान  भी ले रही फिर भी कोई नहीं मान रहा की कोरोना भी कुछ होता है उन लोगो को ऐसा लग रहा है की सरकार सब को बेब्कुफ़ बना रही है लेकिन ऐसा नहीं है | सब को समझना चाहिए सरकार कुछ सोच समझ के नीतियाँ बनती है वो सब हमारे भलाई के लिए ही होती है ये हमलोगो को समझना चाहिए | 
और जिनको ऐसा लगता है न की कोरोना कुछ भी नहीं है उनको मैं एक बात बोलना चाहता हूँ की करपिया कर के आप लोग इसे सही नहीं मान सकते तो फालतू का अफवाह फैलाना बंद करे | और रही बात आपकी ये सब सही नहीं लगता है तो आप एक बार कोरोना मरीज को जा कर एक बार देख लो या फिर आप खुद ही सोचो न की आपकी आपकी देश की सरकार बेब्कुफ़ बना रही है तो क्या पूरी दुनिया देश की सरकारे बेब्कुफ़ बनाएगी | ये तो कभी नहीं हो सकता न | 
बहुत कोई कोरोना वाले बात को मानने इस इनकार कर रहे है क्योकि इसका भी कुछ कारन है जैसे सरे नेता लोग चुनाव के समय चुनावी रैलियाँ निकल रहे है जिस वजह से लोगो को लग रहा है इसमें कोरोना कहाँ चला जाता है | इसमें भी हमलोगो को समझना होगा इसमें भी कोरोना फैलता है , नेता लोग तो मंच पे रहते है वो भी फूल सिक्योरिटी में और उनका इससे फ़ायदा होता है तो वो करवये भी क्यू नहीं, आप खुद सोचो जो लोग समूह में रहते है उनमे क्या तुरंत कोरोना का लक्षण तो नहीं दिखेगा उनेह भी होता होगा ही लेकिन कुछ समय बाद | 
 

वैक्सीन लेना हानिकारक तो नहीं ?
इस ब्लॉग के टॉपिक में मैंने लिखा हुआ है "क्या वैक्सीन लेना हानिकारक तो नहीं ?" ऐसा लिखने का मेरा एक ही मकशद था की  इस टॉपिक को देख कर बहुत सारे लोग मेरे ब्लॉग को पढ़े और सही जानकारी ले और अफवाह नहीं फैलाए | इससे मेरा मकसद तो ये बिलकुल नहीं था की किसी को गुमराह करे | 
अब आते है मुद्दे की बात पे की वैक्सीन लेना चाहिए या नहीं , तो निःसंदेह वैक्सीन तो लेना ही चाहिए सब को , हलाकि सरकार अभी सब को वैक्सीन एक बार में लगाने में असमर्थ है क्योकि इसकी प्रोडक्शन थोड़ी काम हो रही है इसवजह से कुछ उम्र की श्रेणी में लोगो को बाँटी है ताकि धीरे धीरे सभी को वैक्सीन मिल जाये हलाकि अभी सरकार ने कोरोना की फैलाव की देखते हुए वैक्सीन की प्रोडक्शन बढ़ने पे बहुत ज्यादा ध्यान दिया है | 
वैक्सीन तो दुनिया में अभी बहुत सारी आ चुकी है ,लेकिन भारत सरकार हमलोगो को दो तरह की वैक्सीन लगा रही है जिसमे से एक का नाम covisheild और दूसरे का covaxin है | 
इन दोनों में से covaxin भारत ने तैयार किया | और covisheild ऑक्सफ़ोर्ड की शेरुम इंस्टुटें ने तैयार की जिसकी प्रोडक्शन इंडिया के लिए पुणे में bharat biotec नाम की कंपनी के द्वारा किया जा रहा है | 

अब बात रही की कुछ अफवाह जैसे लोगो को लगता है की वैक्सीन लेने के बाद आदमी मर जाता है या बीमार हो जाता है | 


अफवाह की बात करि जाये तो कुछ लोग तो अफवाह फ़ैलाने में माहिर होते है में इसमें सभी लोगो की बात नहीं कर रहा क्योंकी कुछ लोग बस इसलिए उल्टा पुल्टा बात फैलाते है क्योकि उनको सही बात नहीं पता रहती है या फिर उनेह कोई गलत तरीके से बात समझाता है , इसलिए इस ब्लॉग में, मैं बहुत सारी टॉपिक वो भी सही जानकारी के साथ समझया हूँ तो इस ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा लोगो को share करे | 
बात है अफवाह की तो अफवाह ऐसे ही नहीं फैलती है उसमे भी कुछ न कुछ सचाई होती ही है जैसे मैंने ऊपर बतया था की चुनावी रैली के बारे में या बहुत सरे विडिओ , फोटोज वायरल हो रहे है जिसमे बता रहे है हॉस्पिटल वाले झूठ बोलते है कोरोना हुआ है तो इसमें भी कुछ सचाई है की कुछ ऐसे हॉस्पिटल्स है जो पैसे कमाने की आर में इंसानियत को ही भूल जाते है | उनसभी को सजा भी हो चुकी है और अगर ऐसा कोई करता है तो होएगी ही , इसमें हमलोग सभी हॉस्पिटल्स को दोसी नहीं तेहरा सकते है | 
एक दूसरी बात एक और अफवाह है की वैक्सीन लेने के बाद आदमी मर जा रहा है और कुछ तो ये भी कह रहे है की वैक्सीन लेने से liver ख़राब हो जाएगा , इस वजह से बहुत कोई वैक्सीन नहीं लेना चाहता है | उन लोगो से में तो बस ये कहना चाहूंगा की ये सब सब बकवास बाते है , आप ही बताओ ऐसा कैसे हो  सकता है कोरोना का कनेक्शन तो lungs से है फिर ये liver कैसे ख़राब हो सकता है | 
हा ! एक बात है वैक्सीन लेने के बाद कुछ लोगो को हलकी भुखार और बदन दर्द आ जा रही है तो ये कोई घबराने वाली बात नहीं है ये सब नॉरमल है जो की बीएस एक से दो दिन रहेगी वो भी हल्का हल्का उसपे भी आप मार्किट से भुखार का दवा खा लेते है तो वो भी नहीं रहेगी | 



आखिर में कोरोना पे बताने के लिए तो बहुत कुछ है जितना बोलो उतना काम है , बांकी में आप लोगो बस एक ही सलाह देना देना चाहूंगा अफवाहों पे ध्यान न दे , सरकार की गाइडलाइंस को फॉलो करे और वैक्सीन जरूर से जरूर ले , बांकी घबराने वाली कोई बात नहीं है कोरोना मानता हु भारत में  बहुत तेजी से फ़ैल रहा है , पर इसमें ठीक भी लगभग सभी आदमी हो जा रहे है | 99.9 % आदमी ठीक हो जा रहे है | अब हमारे देश की जनसँख्या ही इतनी ज्यादा है की इसकी 0.1 % भी बहुत हो जा रही है | 
ओर भी बहुत सी बाते होंगे अगले ब्लॉग में। 


Be Safe ​
Thank You. 

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