हमारा ग्रह पृथ्वी जिसपे हमलोग सदियों से रह रहे है वह बहुत ही दिलचस्प ग्रह है | इसकी एक खाश बात यह है की इसमें अक्सर समय-समय पर बदलाव होते रहते है | क्या हम लोगो ने यह कभी सोचा है की पृथ्वी के अंदर की रहा होगा ? और पृथ्वी क्या चीज़ से बना हुआ होगा ? तो चलिए जानते है |
पृथ्वी का स्ट्रक्चर बहुत ही शानदार सा है | हम लोग प्याज को तो देखे ही होंगे , जिस तरह की परत के ऊपर परत चढ़ी होती है बिलकुल उसी तरह पृथ्वी की भी स्ट्रक्चर बानी रहती है |
उनमे से पृथ्वी की सबसे ऊपर की परत को पृथ्वी की तह(Crust) नाम से जानते है | यह पृथ्वी की सभी परत से पतली होती है | यह लगभग 35 km की होती है | इसमें मुख्यतः खनिज silica और alumunium इसवजह से सियाल(Sial) नाम से भी जाना जाता है | sial में si से silika और al से aluminium बतया जाता है |
मुख्यतः इसके समुद्री तह पे silica और magnesium पाया जाता है | जिसको की हमलोग sima नाम से जानते है , जिसका की अर्थ si से silica और ma से magnesium पे रेखा गया है |इसके बाद आती है mantle सतह जिसके गहराही लगभग 2900 km होती है |
सबसे नीचे यानि की पृथ्वी की बीच वाले हिस्से को हम core नाम से जानते है और इसकी गहराई लगभग 3500 km है | ये nickel और iron नाम के धातु से बना है, इसी वजह से इसे nife नाम से भी जानते है | इसका मतलब ni से nickel और fe से ferrous (Iron) होता है | बीच के core वाले हिस्से का बहुत ज्यादा तापमान और प्रेशर होता है |
इसके पत्थर और खनिज |
पृथ्वी का सतह बहुत तरह के पत्थरो से बना है | कोई भी चीज़ प्राकृतिक खनिज पदार्थ से बना हो तो उससे हम पत्थर कह सकते है | पत्थर अलग-अलग रंग और अलग-अलग आकर का भी हो सकता है |
मुख़्य तौर पे पत्थर तीन प्रकार का होता है |:-
- अग्निमय पत्थर(Igneous rocks)
- अवसादी पत्थर(sedimentary rock)
- रूपांतरित पत्थर(metamorphic rock)
जब पिघला हुआ लावा ठंडा होता है तो एक ठोस पदार्थ बनता है | इससे जो पत्थर बनता है उसको अग्रिमय पत्थर (Igneous rock) कहते है | ignious rock की भी दो प्रकार होती है | :- Intrusive rock , Extrusive rock
क्या आप ये सोच सकते हो की लावा ज्वालामुखी से बहार आते है होंगे ?
सचाई में पिघला हुआ लावा धरती से बाहर आती है इसके सतह पे | जैसे ही पिघला हुआ लावा सतह पर आता है वह तुरंत ही कठोर पत्थर बन जाता है | कभी-कभी ये पिघला हुआ लावा धरती के सतह पर आने से पहले ही जैम के पत्थर बन जाता है |ये सब पत्थर हमारे दिन प्रतिदिन के कामो में बहुत महत्पूर्ण रहता है | यह हमारे बहुत काम आता है | मजबूत पत्थर बहुत सरे चीज़ बनाने में काम आता है जैसे :- सड़क ,घर ,और भी बहुत कुछ | हम लोगो खेल खेलने में भी पत्थर का इस्तेमाल करते है, जैसे की पिट्ठू (Seven stones) , kit-kit (hip scotch) , इत्यादि |
यह जान कर आपको बड़ी हैरानी होगी की किसी एक पत्थर को किसी दूसरे तरह के पत्थर में बदला जा सकता है | एक पत्थर को किसी दूसरे प्रकार के पथरो में बदलने की परिक्रिया को पत्थर चक्र(rock cycle) कहते है | ऊपर की वाक्यों में मैंने बतया की फइला हुआ लावा जब पर्थ्वी के सतह पे आती है तो तुरंत ठोस पत्थर बन जाती है जिसको हम लोग ignious rock कहते है | यही ignious rock को जब छोटे टुकड़ो में तोड़ते और कही और ले जाते है तो उसे sedimentary rock के नाम से जानते है | और जब ये दोनों पत्थरो को गर्म तापमान और प्रेशर देते है तो ये metamorphic rock में बदल जाता है | और यह metamorphic rock इतना गर्म रहता है की पूरा पिघला रहता है जिस वजह से इसे फिर से ठंढ करके igneous rock में बदल सकते है
इसी तरह सभी तरह के पत्थर को हम लोग एक से दुसरे प्रकार में बदल सकते है एक चक्र के जरिए |
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धन्यबाद |
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